रिलायंस JioCoin: यह क्या है और कैसे काम करता है? समझें

JioCoin
JioCoin: क्रिप्टो सेक्टर इन दिनों तेजी से बढ़ रहा है और हर रोज़ नए प्लेयर इस क्षेत्र में कदम रख रहे हैं। अब भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साम्राज्य, रिलायंस ने भी इस क्षेत्र में कदम रखा है और अपने खुद के डिजिटल टोकन JioCoin का ऐलान किया है।
JioCoin क्या है?
साधारण शब्दों में, JioCoin को जियो का नया कदम कहा जा सकता है, जो भारत में डिजिटल लेन-देन को एक नई दिशा देने के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है। इसे एक यूटिलिटी टोकन के रूप में पेश किया जा रहा है और उम्मीद है कि यह जियो की डिजिटल सेवाओं, डेटा स्टोरेज, और ई-कॉमर्स स्टोरेज को सपोर्ट करेगा।
JioCoin कैसे काम करता है?
JioCoin एक ब्लॉकचेन-आधारित रिवॉर्ड टोकन है, जिसे भारतीय यूजर्स जियो ऐप्स का इस्तेमाल करके कमा सकते हैं। JioCoin सुरक्षित लेन-देन की सुविधा देता है और यूजर्स की प्राइवेसी का भी ध्यान रखता है। हालांकि रिलायंस ने इसके आधिकारिक लॉन्च के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।
फिलहाल, JioCoin बीटा टेस्टिंग मोड में है और यह जियो ब्राउज़र एप्लिकेशन पर उपलब्ध है। इसमें हिस्सा लेने के लिए यूजर्स को भारतीय निवासी होना चाहिए और उनकी उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्हें BBRP प्रोग्राम या इसके सहायक ऐप्स के साथ रजिस्टर भी करना होगा।
JioCoin कैसे कमाएं? JioCoin कमाने के लिए यूजर्स को अलग-अलग एक्टिविटीज में भाग लेना होगा, जैसे कि BAT (Brave ब्राउज़र की मुद्रा) में करते हैं। ये टोकन यूजर्स के Web3 वॉलेट में जमा होते हैं। इन टोकन्स का इस्तेमाल जियो की सेवाओं का लाभ उठाने के लिए किया जा सकता है, साथ ही यह एक एक्सक्लूसिव अकाउंट तक पहुंच भी प्रदान करते हैं। इसके लिए जियो ने पॉलीगॉन लैब्स के साथ साझेदारी की है।
भारत के क्रिप्टो बाजार के लिए इसका क्या मतलब है? JioCoin का मार्केट में आना भारत में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग को बढ़ावा देगा। इससे रिलायंस को भारतीयों को क्रिप्टो की कार्यप्रणाली से परिचित कराने में मदद मिलेगी। उम्मीद की जा रही है कि जियो के इस कदम के बाद और भी कंपनियां भारत के क्रिप्टो क्रांति में शामिल होंगी।