Pravasi Bharatiya Express: मोदी 9 जनवरी को शुरू करेंगे खास ट्रेन, धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा का मिलेगा अनोखा अनुभव

Pravasi Bharatiya Express
Pravasi Bharatiya Express: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार, 8 जनवरी 2025 को एक खास और ऐतिहासिक पहल की शुरुआत करेंगे। वह वर्चुअली ‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ ट्रेन को लॉन्च करेंगे, जो खासतौर पर भारतीय प्रवासियों के लिए बनाई गई है। इस ट्रेन का उद्देश्य भारतीय प्रवासियों को उनके सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर से जोड़ना है।
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस: यात्रा का मार्ग और उद्देश्य
यह ट्रेन 9 जनवरी 2025 से अपनी पहली यात्रा शुरू करेगी। 9 जनवरी का दिन महात्मा गांधी के भारत लौटने के दिन के रूप में बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए इस तारीख को इस ट्रेन के संचालन की शुरुआत की गई है। इस ट्रेन के यात्रा मार्ग में भारत के विभिन्न ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है, ताकि प्रवासी भारतीय इन स्थानों से जुड़ सकें और अपनी जड़ों को महसूस कर सकें।
यात्रा के दौरान इस ट्रेन में जो प्रमुख गंतव्य होंगे, उनमें शामिल हैं:
- अयोध्या: राम के जन्म स्थान, जहां धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास गहरा है।
- पटना और गया: ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व के स्थल।
- वाराणसी: भारत का धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र, जो गंगा के किनारे स्थित है।
- महाबलीपुरम, रामेश्वरम, मदुरै और कोच्चि: दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल।
- गोवा, अजमेर, पुष्कर और आगरा: इन स्थानों में धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का अद्भुत संगम है।
कुल मिलाकर, तीन हफ्ते में यह ट्रेन भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों और तीर्थ स्थलों का दौरा करेगी, जो प्रवासी भारतीयों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। इन स्थलों की यात्रा से उन्हें भारतीय संस्कृति, परंपराओं और आध्यात्मिकता का गहरा अनुभव मिलेगा।
प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस की विशेषताएँ
यह ट्रेन भारतीय रेल की एक विशेष पहल है और इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं दी गई हैं। इसमें कुल 156 यात्रियों के बैठने की क्षमता है और यह ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित होगी, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान आरामदायक अनुभव मिलेगा। इस ट्रेन को भारतीय विदेश मंत्रालय और IRCTC की साझेदारी में शुरू किया गया है।
यह ट्रेन खासतौर पर भारतीय प्रवासियों के लिए डिजाइन की गई है, ताकि वे अपनी जड़ों से फिर से जुड़ सकें और अपने धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित हो सकें।
प्रवासी भारतीय दिवस 2025: एक अहम अवसर
प्रधानमंत्री मोदी इस ट्रेन के लॉन्च के साथ-साथ 18वें प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) सम्मेलन का भी उद्घाटन करेंगे, जो ओडिशा के भुवनेश्वर में 8 से 10 जनवरी 2025 तक आयोजित होगा। यह सम्मेलन हर साल भारतीय प्रवासियों के बीच रिश्तों को मजबूत करने और भारत के विकास में उनके योगदान को मान्यता देने के लिए आयोजित किया जाता है।
इस साल का PBD सम्मेलन “विकसित भारत के लिए प्रवासी समुदाय का योगदान” के विषय पर आयोजित किया जाएगा। इसमें 50 से ज्यादा देशों से भारतीय प्रवासी भाग लेंगे। यह एक ऐसा मंच है जहां भारतीय प्रवासी अपने अनुभवों और भारत के विकास में योगदान के बारे में चर्चा करेंगे।
यह आयोजन भारतीय सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वह विदेश में रह रहे भारतीयों के साथ अपने रिश्तों को और मजबूत कर सकती है। इस सम्मेलन के माध्यम से सरकार प्रवासी भारतीयों से संवाद करेगी और उन्हें भारत में निवेश और अन्य विकासात्मक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगी।
उद्देश्य और महत्व
‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक पुनः संबंध बनाने का भी प्रयास है। यह भारतीय प्रवासियों को उनके घर और उनके अतीत से जोड़ने का एक अभिनव तरीका है। साथ ही, यह यात्रा भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भारतीयों के दिलों में फिर से जीवित करने का एक तरीका भी है।
इसके अलावा, प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन भारतीय सरकार के लिए अपने नागरिकों के साथ जुड़े रहने और उन्हें भारत के विकास में सक्रिय रूप से शामिल करने का एक अहम अवसर है।
तो, यह ट्रेन और सम्मेलन दोनों भारतीय प्रवासियों के लिए एक खास मौका है, जिससे वे अपनी जड़ों से जुड़ने और अपने देश के साथ संबंध और मजबूत कर सकेंगे।